Face reading or physiognomy Introduction
फेस रीडिंग या फिजियोलॉजी, किसी व्यक्ति के चेहरे की विशेषताओं के आधार पर उसके चरित्र का विश्लेषण करने की एक प्राचीन कला है। चेहरे की हर विशेषता - जैसे कि संकीर्ण आंखें, बड़ी नाक, लंबी ठुड्डी, मोटी भौहें आदि का मनोवैज्ञानिक अर्थ होता है। लोगों ने सिर्फ उनके चेहरे को देखकर उनके चरित्र के पहलुओं को समझने की कोशिश की है।
। प्राचीन चीनी मानते थे कि आपका चेहरा आपकी आंतरिक आत्मा का प्रतिबिंब है। मध्यकालीन यूरोप में, सुंदरता को सद्गुण का पर्याय माना जाता था, और कुरूपता को कभी-कभी बुराई का संकेत माना जाता था। आपके चेहरे का हर पहलू आपके भाग्य और व्यक्तित्व के बारे में एक अलग कहानी कहता है। केवल अपने चेहरे की विशेषताओं को न देखें, बल्कि उनके आकार (पतली भौहें, छोटी आंखें), और प्रकार (ढलान वाला माथा, चौकोर चेहरा), साथ ही साथ मौजूद कोई भी रेखा या झुर्रियाँ देखें। ये सभी विशेषताएं एक कहानी कहती हैं। - आपका चेहरा आपके माता-पिता के बारे में बताता है - आपका चेहरा आपके करियर और सफलता के बारे में बताता है - आपका चेहरा आपके जीवन के बारे में बताता है -आपका चेहरा बताता है आपकी मध्य आयु - आपका चेहरा बताता है आपकी लव लाइफ - आपका चेहरा आपके बच्चों के बारे में बताता है - आपका चेहरा आपके बुढ़ापे के बारे में बताता है